गरुड़

गरुड़
ये तो हम सब जानते ही हैं कि महर्षि कश्यप ने प्रजापति दक्ष की १७ कन्याओं से विवाह किया जिससे समस्त जातियों की उत्पत्ति हुई। उन्ही में से दो कन्याएं थी - कुद्रू और विनता। कुद्रू ने महर्षि कश्यप से १००० और विनता ने केवल २ पराक्रमी पुत्रों का अनुरोध किया। महर्षि की कृपा से ऐसा ही हुआ। कुद्रू ने १००० और विनता ने २ अण्डों का प्रसव किया।

राजा उपरिचर वसु

राजा उपरिचर वसु
महाभारत में सत्यवती के बारे में आप लोगों ने सुना होगा। वे महाराज शांतनु की पत्नी और चित्रांगद और विचित्रवीर्य की माता थी। महर्षि व्यास का जन्म भी उन्ही के गर्भ से हुआ था। हालाँकि उनके जन्म के विषय में लोगों को अधिक जानकारी नहीं है। अधिकांश लोगो को ये पता है कि वो दाशराज की पुत्री थी किन्तु दाशराज केवल उनके पालक पिता थे। महाभारत के आदिपर्व के अंशअवतरणपर्व के ६३वें अध्याय में हमें उनके जन्म के विषय में पता चलता है जिसके अनुसार सत्यवती वास्तव में एक राज कन्या थी।